त्रिगुणासव डाइजेस्टिव एवं स्वास्थ्यवर्द्धक टॉनिक के फायदे, उपयोग नुकसान, परहेज, मूल्य सावधानियाँ आदि
लोहासव, कुमारीअसव, अंगूरासव और अन्य बहुमूल्य औषधियों का चमत्कारी मिश्रण है, जो पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाता है। यह स्वस्थ और स्वादिष्ट टॉनिक है जो यकृत विकारों, रक्ताल्पता में उपयोगी है,
त्रिगुणासव का उपयोग
► भूख बढ़ाने, खून बढ़ाने,
► शरीर के अन्दर बल बढ़ाने,
► पाचन शक्ति को मजबूत करने में,
► शारीरिक कमजोरी को दूर करने में,
► खून की कमी को दूर करने में,
► पेट में गेस व अपच की समस्या को दूर करने में और मानसिक तनाव को दूर करने में किया जाता है !
► यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और पाचन तंत्र की गड़बड़ी को दूर करता है !
► यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिनके आँखों के सामने अँधेरा आ जाता है,
► चलते फिरते चक्कर आते है, सफर में उलटी और जी मतलाना, घबराना, यह सभी तरह की शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद है !
► पाचन तंत्र की समस्या में यह टॉनिक बहुत फायदेमंद होता है !
यह एक हर्बल जूस की तरह फायदा करता है !
सामग्री
लोहासव, अंगूरासव, कुमारी आसव केसर, छोटी इलाइची, मुन्नाका, अंजीर, शतावरी और अश्वगंधा से प्राप्त अर्क के साथ।
सेवन विधि .
इसका सेवन सभी कर सकतें है,
त्रिगुणासव की 1 या 2 चम्मच आधे गिलास पानी में मिलाकर दिन में 2 से 3 बार खाना खाने से आधा घंटा पहले या बाद में करें !
बच्चों के लिए 5 से 10 मिली दिन में दो बार और वयस्कों के लिए 15 से 20 मिली दिन में दो बार भोजन के बाद समान मात्रा में पानी के साथ।
इसके सेवन के बीच आप
पत्तेदार सब्जी, अखरोट, बादाम, दूध
पालक जैसे खाने का सेवन करे
त्रिगुणासव के सेवन के साथ
उड़द की दाल, बीडी, पान,
गुठ्खा, तमाखू, तले भुने खाने
ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाने का सेवन न करें !