बवासीर के
लक्षण, कारण, उपचार और सावधानियाँ और भी अन्य जानकारी
बवासीर के
प्रकार
खुनी
बवासीर
इसमें गुदा
के अन्दर और बाहर मस्से होतें है और लेट्रिंग के साथ खून आना, जैसी समस्या शामिल
है !
बादी
बवासीर
इसमें गुदा
के अन्दर बाहर मस्से होतें है उनमे जलन, दर्द और दुखन होती है यह काफी पीड़ा दायक
होती है !
बवासीर के लक्षण
1- लेट्रिंग के रास्ते मस्से होना और गांठ होना !
2- लेट्रिंग
के बाद भी पेट साफ नहीं होना या महसूस होना !
3- लेट्रिंग
के साथ खून आना और जलन होना !
4- लेट्रिंग
के रास्ते में जलन और दर्द होना !
5- बार
बार शोच जाने की इच्छा होना !
6- काफी
ज़्यादा कब्ज़ की समस्या होना !
बवासीर
होने के कारण
1- यह
बीमारी दर पीड़ी दर भी चलती है !
2- ज़्यादा
खड़े रहने का कार्य करना भी इसका कारण होता है !
3- बेठे
रहने के कार्य में भी इसका होना शामिल है !
4- कब्ज़
की समस्या भी इसका प्रमुख कारण है !
5- पेट साफ न होना, तम्बाकू गुटखे का सेवन आदि
भगंदर और बवासीर में अंतर
भगंदर
में खून के साथ मवाद भी आती है और इसमें रोगी काफी दर्द और पीड़ा होती है !
बवासीर
के ईलाज के लिए घरेलु उपाय
1- ऐलोवेरा
के सेवन से भी बवासीर का ईलाज किया जाता है !
2- सेब का सिरका भी बवासीर को जड़ से खत्म करने में
उपयोगी है !
3- ज़ेतून
के तेल से भी बवासीर को दूर किया जाता है !
4- बादाम
का तेल भी बवासीर को दूर करने में उपयोगी है !
5- नारियल
के उपयोग से भी बवासीर दूर होती है !
6- अंजीर
उपयोग से भी बवासीर दूर होती है !
7- ज़ीरा
का सेवन भी बवासीर को दूर करता है !
8- नींबू
के सेवन से भी बवासीर की समस्या दूर हो जाती है !
9- मठ्ठा
और अजवायन का सेवन भी बवासीर में काम करता है !
10- पपीता
का सेवन बवासीर को जड़ से खत्म करता है !
11- केला
का उपयोग बवासीर को समाप्त कर देता है !
12- गर्म
पानी के इस्तेमाल से बवासीर दूर होती है !
बवासीर में खानपान का तरीका / बवासीर में परहेज़
तला भुना हुआ खाना, मिर्च मसाले वाला खाना,
गुठका, तम्बाकू, शराब बीड़ी आदि